तुमको देखा तो ये ख़याल आया
ज़िन्दगी धूप तुम घना साया
आज फिर दिल ने इक तमन्ना की
आज फिर दिल को हमने समझाया
तुम चले जाओगे तो सोचेंगे
हमने क्या खोया, हमने क्या पाया
हम जिसे गुनगुना नहीं सकते
वक़्त ने ऐसा गीत क्यूँ गाया
Our suggestion based on your choice
As you were reading Shayari by Javed Akhtar
our suggestion based on Javed Akhtar
As you were reading Love Shayari