यशोदा के दुलारे राधिका का प्यार हैं मोहन
हमारे साथ खेलें जो हमारे यार हैं मोहन
बसे संगीत सारे और सारे राग राधा में
मगर रागों का भी जो राग वो मल्हार हैं मोहन
मोहब्बत के समुंदर में तो डूबे जा रहे थे हम
बचा जिसने लिया हमको वही पतवार हैं मोहन
हज़ारों बार पढ़ लो चाहे गीता कुछ नहीं मिलता
सिवाए इस हक़ीक़त के कि गीता सार हैं मोहन
न जाने कितने कौरव और कितने कंस बैठे हैं
यहाँ हर द्रोपदी की एक ही दरकार हैं मोहन
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