जो भी रूठा है तुम उसको रूठा रहने दो
अपने इस दिल को फिर टूटा-फूटा रहने दो
बन जाने दो उसको सच्चा सबके ही आगे
ख़ुद को फिर तुम सबके आगे झूठा रहने दो
तुम उससे यूँ इतनी ज़्यादा मत तफ़तीश करो
मेरा किसने,कब-कब,क्या-क्या लूटा,रहने दो
इसको खाकर प्यार वग़ैरह फिर बढ़ जाएगा
ऐ दोस्त अगर ये उसका है जूठा,रहने दो
उसको इस दुनिया के मेले में खो जाने दो
छूट गया है हाथ अगर तो छूटा रहने दो
अपनी आँखों के पानी से सींच सकूँ जिसको
दिल में उसकी यादों का इक बूटा रहने दो
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