Ejaz Ansari

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@ejaz-ansari

Ejaz Ansari shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Ejaz Ansari's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Ghazal
हर इक तहरीर नफ़रत की मिटाना चाहता हूँ मैं
मोहब्बत ही मोहब्बत का फ़साना चाहता हूँ मैं

फ़सीलें नफ़रतों की सब गिराना चाहता हूँ मैं
अमीर-ए-शहर का लेकिन इशारा चाहता हूँ मैं

अँधेरी रात में सूरज उगाना चाहता हूँ मैं
चराग़ों में लहू अपना जलाना चाहता हूँ मैं

फ़लक छूते मकानों की हवस तुम को मुबारक हो
फ़क़त सर को छुपाने का ठिकाना चाहता हूँ मैं

फ़सादों से किसी भी क़ौम को अज़्मत नहीं मिलती
अमीर-ए-क़ौम को इतना बताना चाहता हूँ मैं

नई तहज़ीब का कोई गिला-शिकवा नहीं मुझ को
मगर अपने बुज़ुर्गों का ज़माना चाहता हूँ मैं

कोई सूरत नहीं हालात के तब्दील होने की
अगरचे खुल के हँसना मुस्कुराना चाहता हूँ मैं

जहाँ 'एजाज़' हर चेहरे पे शादाबी नज़र आए
वही मौसम वही मंज़र सुहाना चाहता हूँ मैं
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Ejaz Ansari
ये तेरी याद है तेरा ख़याल है क्या है
अँधेरी रात है फिर भी बहुत उजाला है

वफ़ा फ़रेब है 'एजाज़' इश्क़ धोका है
बिना ग़रज़ के यहाँ कौन किस से मिलता है

ग़मों ने चेहरा कुछ इतना बिगाड़ रक्खा है
कि आइना हो मुक़ाबिल तो ख़ौफ़ आता है

बदन है शाख़ की मानिंद गुल सा चेहरा है
हमारी जागती आँखों ने किस को देखा है

ग़रज़-परस्त मोहब्बत की बात करने लगे
न जाने आज का सूरज किधर से निकला है

कभी सितम भी तिरा पुर-कशिश नज़र आया
कभी करम भी तिरा नागवार गुज़रा है

किताब-ए-दिल पे ज़रा ग़ौर से नज़र डालो
वरक़ वरक़ पे तुम्हारा ही नाम लिक्खा है

ये किस की लाश पड़ी है सड़क पे ला-वारिस
ये किस का नाम लिखा है ये किस का बस्ता है

है नोक-ए-नेज़ा पे भी फ़त्ह की अदा 'एजाज़'
हमारा सर अभी क़ातिल के सर से ऊँचा है
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