Harpreet Kaur

Harpreet Kaur

@preetisukh78

Harpreet Kaur shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Harpreet Kaur's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Ghazal
न जाने क्यों मुहब्बत ही जताना भूल जाते हैं
वफ़ा गै़रों से अपनों से निभाना भूल जाते हैं

ज़माने में ये जो दस्तूर तो चलता हमेशा ही
ये हँसती आँखें पर लब मुस्कुराना भूल जाते हैं

समंदर जानता अपनी हदें साहिल से टकराते
उठा तूफ़ान तो फिर क्यों किनारा भूल जाते हैं

यहाँ सब ज़िन्दगी जीते है मुस्तक़बिल भरोसे ही
ज़रूरी माज़ी का अब चल फ़साना भूल जाते हैं

रहे मौजूद ख़्वाबों का ही पहरा रात के तकिए
मगर आँखों में ग़ालिब नींद लाना भूल जाते हैं

ये त्योहारों पे दुनिया को बधाई दे जो भर भर के
वो भाई के गले मिलना मिलाना भूल जाते हैं

मुकम्मल ज़ीस्त की चाहत यहाँ पे 'प्रीत' सब करते
ख़ुशी को ढूँढते ख़ुद को ही पाना भूल जाते हैं
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Harpreet Kaur

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