हर लफ़्ज़ में क़ुदरत है शायर के घराने में
अशआर की चाहत है शायर के घराने में
लफ़्ज़ों की हुकूमत है शायर के घराने में
हर शेर सलामत है शायर के घराने में
मिट्टी से बना हूँ मैं मिट्टी में ही जाना है
मिट्टी भी मोहब्बत है शायर के घराने में
अश्कों को सजाएँगे लफ़्ज़ों में बताएँगे
हर चीज़ की इज़्ज़त है शायर के घराने में
जो हुस्न ज़माने के कुछ काम न आता है
वो हुस्न क़यामत है शायर के घराने में
नफ़रत के ज़माने को ये पाठ पढ़ाया है
नफ़रत भी मोहब्बत है शायर के घराने में
हर ख़्वाब फ़साना है दुनिया की निगाहों में
हर ख़्वाब हक़ीक़त है शायर के घराने में
'सलमान' को नाकारा कहता है ज़माना पर
'सलमान' भी रहमत है शायर के घराने में
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