प्यार करने की सज़ा है
रात रूठी दिन ख़फ़ा है
यार ग़म में मुस्कुराओ
ख़ूब इसमें भी मज़ा है
मौत ही तो ज़िन्दगी है
ज़िन्दगी तो बेवफ़ा है
ख़्वाब पूरे हों तुम्हारे
दोस्त मेरी ये दुआ है
जा रहे हो छोड़कर तुम
छोड़कर जाना बुरा है
भर गए सब ज़ख़्म लेकिन
दाग़ दामन पर लगा है
दिल लगा बैठे हैं तुमसे
बोलो इसकी क्या सज़ा है
बोल कड़वे लग रहे हैं
यार ये कैसी अदा है
आज की दुनिया में यारो
प्यार करना भी ख़ता है
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