मेरी आँखों को धोका हो रहा है
या सचमुच वो किसी का हो रहा है
कहीं मंदिर कहीं मस्जिद है गिरती
तेरी दुनिया में क्या क्या हो रहा है
कोई ऐ काश उनको ये बता दे
कोई उनका दिवाना हो रहा है
नहीं ये मैं नहीं हूँ आइने में
यक़ीनन मुझ को धोका हो रहा है
भरोसे के नहीं क़ाबिल वो लेकिन
मुझे उस पर भरोसा हो रहा है
ख़ुदा के बंदे भूखे मर रहे हैं
ख़ुदा के घर पे ख़र्चा हो रहा है
कोई रस्ता तुम्हारा तकता होगा
चलो अब घर अँधेरा हो रहा है
नहीं है आरज़ू अब कोई दिल में
तेरे बिन बस गुज़ारा हो रहा है
चलो आओ ज़रा सा चल के देखें
किसी के घर में झगड़ा हो रहा है
जहाँ कल भाई भाई खेलते थे
उसी आँगन का हिस्सा हो रहा है
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