तुमसे चेहरा पढ़ा नहीं जाता
मुझसे वो सच कहा नहीं जाता
हाल तुमसे सुना नहीं जाता
हाल हमसे कहा नहीं जाता
लौट आना कभी जो दूर हों तो
हमसे तुम बिन रहा नहीं जाता
उस तरफ़ भी ख़ुदा यकीनन है
जिस तरफ़ वो ख़ुदा नहीं जाता
मेरे हम में तुम्हीं तो शामिल हो
मुझसे मैं मैं किया नहीं जाता
कोई तुमसे कहे ग़लत कुछ भी
ये तो हमसे सहा नहीं जाता
दिल उसे दे चुके हमीं पागल
जिससे ये भी लिया नहीं जाता
बोलती है समझना है तुम्हें अब
और समझा भी क्या नहीं जाता
प्यार है पर नहीं कहेंगे हम
उससे भी तो कहा नहीं जाता
एक सपना जो देखते थे हम
अब वो हमसे जिया नहीं जाता
काम है यूँ नदी का बढ़ जाना
हमसे भी अब रुका नहीं जाता
छोड़ता हूँ ख़ुदी ख़ुदा पर मैं
बेख़ुदी का ख़ुदा नहीं जाता
वो हसीं देख दिल में आयी है
दिल में तोयेश क्या नहीं जाता
Read Full