मैं बहुत ख़ुश हूँ सब को लगता है
किस सफ़ाई से झूट बोला है
सारे तूफ़ान थम गए यक-दम
उस ने इतना कहा वो मेरा है
मिल गया है तो छोड़ ना जाए
आज-कल दिल को एक धड़का है
तुम मिरी आख़िरी मोहब्बत हो
जाने किस किस से रोज़ कहता है
ये मोहब्बत नहीं कि झूटी हो
तुम से नफ़रत का सच्चा रिश्ता है
मैं ने समझा है ज़िंदगी जिस को
दूसरों का भी इस में हिस्सा है
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