ये ज़ेहन तेरा रब ही जाने कितने नख़रे वाला है
फिर भी मगर हर साँस हर दम दिल मे रहने वाला है
दूरी बना कर के तुम्हें क्या कुछ ही मिलने वाला है
कम ज़िन्दगी का वक़्त हैं वो भी गुज़रने वाला है
इक आरज़ू है तुम से जानाँ, इक मुझे मौका तो दो
ये शख़्स अपना घर तुम्हारे दिल में करने वाला है
आसाँ करूँगा तेरी मुश्किल राहें अपने ख़ून से
हर राह ये शाइर तिरे ही साथ चलने वाला है
आँखे मिलाने मत दो मेरे इश्क़ से ख़ुद को सनम
ये इश्क़ मेरा आँख से दिल में उतरने वाला है
बातें न कर जाने की तू नाराज़ रह हक हैं तिरा
तेरे सिवा कैसे कहाँ कब मेरा सरने वाला है
दामन बचा लो अपना आएँगी ये तोहमत तुझ पे ही
इक़रार कर दो वर्ना ये दिल मेरा मरने वाला है
हम जब चलेंगे साथ इतराते तो हम को देख के
हर एक जोड़ा इस जमाने का तो जलने वाला है
ये रूप तेरा और भी जानाँ निखरने वाला है
अपने लहू से "दीप" तेरी माँग भरने वाला है
Read Full